17 अप्रैल - विश्व हीमोफीलिया दिवस महत्वपूर्ण तथ्य - World Hemophiliac Day Important Facts in Hindi
17 अप्रैल को पूरे विश्व में हीमोफीलिया दिवस (World Hemophiliac Day) मनाया जाता है यह दिवस हीमोफीलिया तथा अन्य आनुवंशिक खून बहने वाले विकारों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिवर्ष मनाया जाता है आईये जानते हैं 17 अप्रैल - विश्व हीमोफीलिया दिवस महत्वपूर्ण तथ्य - World Hemophiliac Day Important Facts in Hindi
17 अप्रैल - विश्व हीमोफीलिया दिवस महत्वपूर्ण तथ्य - World Hemophiliac Day Important Facts in Hindi
शाही बीमारी कहे जाने वाले रोग 'हीमोफीलिया' का पता उस वक्त चला था जब ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया के वंशज एक के बाद एक इस बीमारी की चपेट में आने लगे थे। शाही परिवार के कई सदस्यों के हीमोफीलिया से पीड़ित होने के कारण ही इसे शाही बीमारी कहा जाने लगा। पुरुषों में इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है।
हीमोफीलिया खून के थक्के बनने की क्षमता को प्रभावित करने वाला एक आनुवंशिक रोग है। हीमोफीलिया से पीड़ित व्यक्ति को अन्य सामान्य व्यक्तियों की तुलना में चोट लगने पर अधिक खून बहता है अथवा खून का थक्का नहीं जमता है जिसे आप सामान्य भाषा में खुरंट कहते हैं यह रोग “हीमोफीलिया ए अथवा हीमोफीलिया बी” दो प्रकार का होता हैं। यह रोग थक्के के आठ अथवा नौ घटकों की कमी पर निर्भर करता है। इस विकार का सबसे सामान्य प्रकार “हीमोफीलिया ए” विकार होता है।
हीमोफीलिया के लक्षण।
- आसानी से खरोंच लगने की आदत।
- नाक से खून बहना, जो कि आसानी से बंद नहीं होता है।
- दंत चिकित्सा जैसे कि दाँत निकालते समय और रूट कैनाल के उपचार के दौरान अत्याधिक खून बहना।
- जोड़ों में सूजन अथवा असहनीय पीड़ा होना।
- पेशाब के रास्ते खून बहना।
विश्व हीमोफीलिया दिवस, हीमोफीलिया तथा खून बहने वाले विकारों के बारे में जागरूकता फ़ैलाने के लिए प्रतिवर्ष 17 अप्रैल को मनाया जाता है।
- वर्ष 2016 - इस दिवस का विषय “सबका उपचार : सबका लक्ष्य” था
- वर्ष 2017 - इस दिवस का मुख्य विषय ‘‘उनकी आवाजें सुनें’’ थी
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