मुद्रास्फीति के कारण - Reason of Inflation in Hindi
इस पोस्ट में हम मुद्रास्फीति के कारणों के बारे में जानकारी लेंगे कि भारत में मुद्रास्फीति की दर अचानक से क्यों बढ़ जाती है तो आइए जानते हैं मुद्रास्फीति के कारण - Reason of Inflation in Hindi
मुद्रास्फीति के कारण- Reason of Inflation in Hindi
मुद्रास्फीति के लिए मुख्य रूप से चार कारण जिम्मेदार हैं- मांग प्रेरित स्फीति (Demand inflation)
- पूर्ति में कमी (supply reduction)
- लागत प्रेरित स्फीति (Cost induced inflation)
- वैश्विक कारण (Global reasons)
मांग प्रेरित स्फीति (Demand inflation)
जब किसी वस्तु की मांग बहुत अधिक हो जाती है और उसकी पूर्ति बहुत कम होती है तो ऐसी स्थिति में मांग बढने से मुद्रा स्फीति उत्पन्न हो जाती है इसके कुछ प्रमुख कारण हो सकते हैं जैसे की जनसंख्या में बहुत तीव्र गति से वृद्धि होना या फिर बाहरी देशों से शरणार्थियों का अपने देश में आना बैंकों द्वारा अधिक मात्रा में लोगों को ऋण उपलब्ध करा देना इत्यादि
पूर्ति में कमी (supply reduction)
अब बात करते हैं पूर्ति की कमी किस प्रकार कारण बनती है, तो सबसे पहले पूर्ति को समझ लेते हैं किसी निश्चित समय पर और एक निश्चित कीमत पर मांग के अनुरूप उत्पादक एवं विक्रेता द्वारा बाजार में जो वस्तुएं उपलब्ध कराई जाती हैं वह पूर्ति कहलाती है अबे कौन से कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से पूर्ति में कमी होती है अगर देश में बाढ़ सूखा या कोई प्राकृतिक आपदा आई हो जिस कारण से कृषि क्षेत्र से खाद्यान्नों में पूर्ति की कमी हो सकती है किसी वजह से श्रमिकों की हड़ताल हो गई हो अगर किसी कारण से व्यापारिक बैंकों द्वारा लोन नहीं मिला हो किसी वजह से अगर कच्चे माल की उपलब्धता नहीं हो पाई हो तो इन सभी कारणों की वजह से पूर्ति में कमी हो सकती है
लागत प्रेरित स्फीति (Cost induced inflation)
जब किसी वस्तु का उत्पादन किया जाता है तो उसमें लागत के लिए कुछ संसाधनों की आवश्यकता होती है जैसे पूंजी श्रम भूमि प्रबंधन इन सभी की कीमतों में वृद्धि होने की वजह से वस्तुओं की सामान्य कीमत में अपने आप वृद्धि हो जाती है क्योंकि यही आपकी लागत होते हैं तो सामान्य रूप से अगर लागत में वृद्धि होगी तो वस्तु की कीमत में अपने आप वृद्धि हो जाएगी लागत में वृद्धि के कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं इसमें मुख्य रूप से सरकार द्वारा उत्पादन में प्रयोग की जाने वाली कच्चे माल पर अत्यधिक कर लगा देना यरील सेवा स्टील सीमेंट कोयला पेट्रोल आदि के मूल्य में अचानक से वृद्धि होना भी लागत में वृद्धि करता है इसके अलावा अगर ब्याज दरों में वृद्धि होती है तो भी उसके फल स्वरुप उत्पादन होने वाली वस्तुओं की लागत में भी वृद्धि हो जाती है
औद्योगिक क्षेत्र से संबंधित वित्त के संस्थागत स्त्रोत
औद्योगिक क्षेत्र से संबंधित वित्त के संस्थागत स्त्रोत
वैश्विक कारण (Global reasons)
ऐसे कई सारे देश हैं जिनकी अर्थव्यवस्था दुनिया के कई अन्य देशों की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव डालते हैं ऐसी आउट अर्थव्यवस्था को खुली हुई अर्थव्यवस्था कहते हैं यानी जिस देश की अर्थव्यवस्था कितनी खुली होगी उस देश की अर्थव्यवस्था का प्रभाव अन्य देशों की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा अगर किसी देश में कोई आर्थिक संकट आता है तो उसका प्रभाव अन्य देशों की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है उदाहरण के लिए हम यूरो संकट या अमेरिका के सब प्राइम संकट के बारे में बात कर सकते हैं अगर वहां पर इस तरह का कोई संकट उत्पन्न होता है तो इससे भी मुद्रा स्थिति की स्थिति उत्पन्न हो जाती है
Tag - Inflation, Reason and Types of Inflation, Deflation, Stagflation, Inflation: Types, Causes and Effects, What Is Inflation Definition - Causes of Inflation Rate and Effects
Tag - Inflation, Reason and Types of Inflation, Deflation, Stagflation, Inflation: Types, Causes and Effects, What Is Inflation Definition - Causes of Inflation Rate and Effects
Comments